सभी के मन में एक ही खयाल रहता था. अगर फ़ोन लेने का मौका मिले, तो नोकिया कंपनी का ही फ़ोन लूंगा और ऐसे में लोग नोकिया का ही फ़ोन लेना पसंद करते थे. नोकिया, फ़ोन के मामले में इतना ज्यादा प्रसिद्ध था, की लोग खुद फ़ोन खरीदने के लिए आते थे. यहाँ तक की सप्लायर को भी नोकिया फ़ोन लेना पड़ता था. लोगो की पहली पसंद भी नोकिया कंपनी हुआ करती थी और लोग इसे बेझिझक खरीदना पसंद करते थे. तो आईये जानते हैं, Nokia किस देश की कंपनी हैं और इसका मालिक कौन हैं.
Nokia किस देश की कंपनी हैं?
Nokia कंपनी का मालिक कौन हैं?
- Sari Baldauf नोकिया कंपनी के चेयरमैन हैं.
- Pekka Lundmark नोकिया कंपनी के प्रेजिडेंट और सीईओ हैं.
नोकिया कंपनी को सबसे बड़ी कंपनी बनाने का श्रेय इन सब व्यक्ति को जाता हैं, क्योंकि इन सब ने ही मिलकर नोकिया कंपनी को दुनिया का सबसे बड़ा कंपनी बनाया हैं. सभी व्यक्ति ने नोकिया को बड़ा बनाने के लिए भिन्न – भिन्न तरह के बिज़नेस किये हैं.
Nokia फ़ोन की खूबी
आपने भले ही नोकिया कंपनी का कीपैड फ़ोन इस्तेमाल किया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं. नोकिया कंपनी फ़ोन का शानदार खूबी भी हैं. जिसके चलते यह कंपनी और भी ज्यादा एडवांस हो जाता हैं.
नोकिया फ़ोन में थीम अप्लाई करना – बेशक आपने अन्य फ़ोन में थीम अप्लाई किया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं, नोकिया फ़ोन में मेमोरी में भी थीम को डाउनलोड कर सकते हैं और इस्तेमाल करने पर उसे अप्लाई भी कर सकते हैं. ये फीचर आपको उस समय किसी अन्य फ़ोन में देखने को नही मिलेगा. एक बार थीम अप्लाई करने पर फ़ोन का पूरा यूजर इंटरफ़ेस बदल जाता हैं.
नोकिया फ़ोन में गेम डाउनलोड करना – वैसे तो गेम डाउनलोड करना कोई बड़ी बात नही हैं, लेकिन नोकिया फ़ोन में मेमोरी में गेम को डाउनलोड कर सकते हैं. सैमसंग कीपैड फ़ोन में गेम डाउनलोड तो कर सकते हैं, लेकिन केवल फ़ोन के सिस्टम में. नोकिया फ़ोन में आप मेमोरी में गेम को डाउनलोड करके प्ले भी कर सकते हैं. अगर आप ऐसा किसी दूसरे कीपैड फ़ोन करते हैं, तो वो unsupported बता देगा. मेमोरी में गेम और थीम डाउनलोड करना यह नोकिया फ़ोन की सबसे बड़ी खूबी हैं.
Nokia कंपनी का नाम नोकिया कैसे पड़ा?
आपने अक्सर नोकिया नाम सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं. नोकिया कंपनी का नाम कैसे पड़ा. इसके पीछे भी एक रहस्य हैं. दरअसल नोकिया कंपनी का नाम नोकिया नोकिंविरता नदी के नाम से पड़ा. नोकिंविरता एक नदी का नाम हैं और नोकिया का नाम भी इस नदी से पड़ा हैं. नोकिया ने अपने कंपनी का नाम शुरुआत में ही निर्णय कर लिया था, इसका नाम क्या होना चाहिए. जब यह कंपनी लकड़ी-लुगदी मिल की स्थापना हुई थी. तभी नोकिंविरता नदी नाम से नोकिया नाम को रख दिया गया.
Nokia कंपनी का इतिहास
नोकिया कंपनी का इतिहास काफी भिन्न रहा हैं. इसका शुरुआत 12 मई 1865 को हुआ था. जब यह कंपनी केवल लुगदी का काम करती थी. लुगदी मिल को नोकिया कंपनी ने टाम्परे शहर में स्थित किया था और टाम्परे शहर फिनलैंड में हैं. लुगदी मिल शुरुआत फ्रेड्रिक इडेस्टम के द्वरा हुई थी. पल्प मिल की स्थापना नोकिया ने 1868 में किया था और इसमें जलविद्युत संसाधन का काम होता था.
Nokia AB के नाम से 1871 में Idestam और मेकेलिन ने मिलकर एक नया कंपनी बनाया. यह दोनों व्यक्ति एक – दूसरे के मित्र थे. बाद में मेकेलिन को Nokia AB कंपनी का अध्यक्ष बना दिया. 1904 में एडुअर्ड पोलोन के माध्यम से एक रबर का व्यपार शुरू किया. 1967 तक नोकिया तीन कंपनी बना चुकी थी और तीनो कंपनी भिन्न – भिन्न कार्य करती थी.
- नोकिया
- कापलिटहादास
- फिनिश रबर वर्क्स हैं
ये तीन कंपनी का नाम कुछ इस प्रकार हैं और तीनो से मिलकर नोकिया कॉर्पोरेशन का उदय हुआ. अब नोकिया कंपनी 4 कंपनियो के नाम से जानी लगी और सभी का कार्य भिन्न – भिन्न हैं. नोकिया ने 1970 में networking और radio व्यपार में प्रवेश किया. इसके साथ ही फ़िनलैंड के सैन्य का रक्षा करने के लिए उपकरण बनाना भी शुरू कर दी. 1960 में नोकिया कंपनी सोवियत संघ के मार्केट में प्रवेश और विस्तार करना शुरू कर दिया.
1984 में टेलीविजन के छेत्र में नोकिया कंपनी ने प्रवेश कर दिया. 1 साल बाद नोकिया ने स्वीडिश electronic और computer फील्ड में एंट्री कर दिया. Mobira Cityman 900 नाम से नोकिया ने फर्स्ट पोर्टेबल मोबाइल फोन निर्माण किया था. नोकिया 1011 को नवंबर 1992 में launch किया गया था. इसके बाद नोकिया कंपनी काफी तेज़ी से ग्रो होने लगा और अक्टूबर 1998 में सबसे ज्यादा sell होने वाला mobile phone कंपनी बन गई.
इसके साथ इसने motorola जैसी अमेरिकन कंपनी को भी पीछे कर दिया. Nokia N95 नोकिया का सबसे अधिक सफल फ़ोन रहा था. नोकिया का सभी सिम्बियन ऑपरेटिंग सिस्टम पर बेस्ड था, लेकिन नोकिया के पास से यह OS जा चुका था. इसी के चलते नोकिया ने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के साथ मिल गया. माइक्रोसॉफ्ट का OS विंडो हैं और यह OS अब नोकिया के फ़ोन में आने लगा.
लेकिन यह ऑपरेटिंग सिस्टम नोकिया फ़ोन के लिए अच्छा साबित नही हुआ. क्योंकि यह कप्यूटर के लिए बेस्ट हैं और मोबाइल के दृष्टिकोण से अच्छा नही हैं. लोगो के द्वरा भी इसे नापसंद किया गया. इसी कारण नोकिया पीछे होते चले गया और 18 मई 2016 को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने HMD ग्लोबल कंपनी को बेच दिया. अब नोकिया के फ़ोन्स में विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की जगह एंड्रॉइड ऑपरेटिंग मौजूद हैं.
आज आपने क्या सीखा
आज आपने सीखा Nokia किस देश की कंपनी हैं, Nokia कंपनी का मालिक कौन हैं और इसका इतिहास. इसके अलावा आपने सीखा नोकिया फ़ोन की खूबी और नोकिया का नोकिया नाम कैसे पड़ा. मैं उम्मीद करता हूँ. आपने इन सभी टॉपिक से संबंधित सभी जानकारी आपको अवश्य प्राप्त हुआ होगा. नीचे कमेंट करके बताये क्या आपने कभी नोकिया कीपैड फ़ोन इतेमाल किया हैं. अगर किया हैं, तो कौन सा फ़ोन इस्तेमाल किया हैं. इसके अलावा आप उन सभी मित्रो के पास इस पोस्ट को शेयर करे, जिनको नोकिया से संबंधित जानकारी नही हैं.
Thank You.